पडोसी भाभी की जवानी हॉट चुदाई स्टोरी Hndi Sex Story


हे दोस्तों मेरा नाम वरुण है. में एक स्कूल में इंग्लिश का टीचर हु. में जहा रहता हु वही पास में एक करियाना की शॉप है जिसमे करियाना लेता हु. वहा एक औरत गेहू पीसने आती है, उसका नाम रमा है, उसकी उम्र 25 साल थी,और शाद्दी शुदा थी. वो दिखने में बहुत अच्छी थी और उसकी फिगर भी कमाल की थी पर उसकी हाइट बहुत छोटी थी पर फिगर के आगे उसकी हाइट ने जवाब दे दिया था.

मेरा मोटा हथियार किसी की चूत मरने के लिए बेताब हो रहा था. इस लिए नेने उसे पटाने के बारे में प्लान बनाया.पर उसे पटाना बहुत मुस्किल था और न कही दर भी लगता खी इस चक्कर में फस कर पिट न जाऊ.

में उसे पटाने के लिए उस दुकान पर किसी न किसी बहाने से चला जाता था और उसी बहाने से बात किया करता था और वो भी मेरे से इशारो में बात किया करती थी. मैंने किसी बहाने से उससे पुचा- मेरे घर पर गेहू पड़ी है, क्या तुम मेरे घर गेहू पीसने आ जाओगी ?

रमा- हां आ जाउंगी जी.

एक  दो बार वो मेरे घर आ गयी भी थी पर दोनो बार घर का कोई न कोई बाँदा यही होता था क्यों की मेरे घर मूमी पापा और छोटा भाई रहते है.

मैंने उसकी गांड और चूत मरने के लिए जगह धुन्ध्नी चाही पर तभी याद आई की पहले उसे भी तैयार करना चाहिए.

उसे अपना बनाने के लिए में जब भी उस दुकान पर जाता तो उससे इशारो मर बाते करता और 100 रूपया पकड़ा देता जिससे वो भी मेरे पास ए और मेरे लंड की कुझ्ली को दूर कर दे.

धीरे धीरे हम एक दुसरे से खुल कर बात करने लग गयी. तब मैंने उससे मिलने के लिए खा और पुचा- क्या तुम ऐसी जगह जानती हो ? जहा हम मिल सके.

उसने मुझे जवाब में कहा- नही में नही जानती और पास में एक फैक्ट्री है झा मेरी पति काम करते है.

रमा ने बहुत प्यार से खा- “जहा तुम ले जाओगे चल पडूँगी”.

मैंने भी आँख मरते हुए खा- “एक बार तो तेरी गांड चूत जरुर मरूँगा”.

मैंने उसी दिन से ही खोजना शुरू कर दिया और आखिर कर मेरी खोज पूरी हो गयी. में होटल में जा कर वह का सब कुछ पुच लिया और वह के लड़के ने बोला- तुम्हे  जब भी  आना होगा आजाना पर किराया  दूंगा लगेगा और सिर्फ 2 घंटे ही मिलेंगे. में अगले दिन रमा से मिला और उसे बता दिया की मैंने होटल देख लिया है जहा हम मिल सकते है. अब तुम कब चलोगी ?

उसके अन्दर भी जैसे चूत को मरवाने की तड़प हो और झट से बोली में कल सुबह 9 बजे  मिलती हु. में उसकी ये बात सुन कर पागल सा हो गया और घर आ कर कल मिलने के बारे में सोचने लगा. मेरे लंड तो अभी से ही उछल उछल कर चलेंगे मर रहा था जैसे उसको चूत की चुदाई की खुसबू आ गयी हो.

उस रात में और मेरा हथियार दोनो रात में टर्रे गीने लग गये और सोचने लग गया की कल मेरे लंड की प्यास भुज जाएगी. अगले दिन मेरे स्कूल की छुट्टी और में रात को न सोने की वजह से 6 बजे उठ कर ही तयार होने लग गया और  तयार  हो कर उसके फ़ोन का इंतज़ार करने लगा. तभी उसका फ़ोन आया और उसने कहा- में पहुच गयी हु आप कहा हो !! मैं कहा बस आ गया.

मैंने अपनी बाइक उठाई और वह पहुँचते ही देखा की वो वही बहार चौराहे पर कड़ी है. मैंने उसे वही खड़ा होने के लिये बोला और खुद पहले होटल के अन्दर गया और मुझे काउंटर पर कल वाला लड़का ही मिला, मैंने उसे रूम देने को कहा.

वो बोला आप की साथ वाली खा है ? में खिड़की की तरफ से इशारा करते हुए निचे सारी में कड़ी है. उसने मुझे रूम में ले कर चला गया और मुझे रूम की चाभी दे दी. अब मैंने उससे कहा – निचे जो मेरे साथ ई है उसे ऊपर भेज दे.

वो रमा को मेरे रूम तक ले आया और मैंने उससे 500 रूपया दे दिए. वो खुश हो कर बोला- जाओ मैडम अन्दर जाओ और एन्जॉय करो आप के पास सिर्फ 2 घंटे है.

मैंने कमरे को बंद कर कुण्डी लगा दी और अब में और रमा एक दुसरे की निगाहों में निगाहे दाल कर आँखों ही आँखों में बाते करने लग गये और वो मुह निचे कर के ऐसे मुस्कुराई जैसे नयी नवेली दुल्हन सुहागरात मानाने आई हो.

मैंने बिना कोई समाये गवाए उसके पास गया और बहो में भर लिया. वो मेरी बहो में आ कर ऐसे कंप उठी जैसे पहली बार चूत मरवा रही हो.

मेरा हथियार भी पूरी तरह रेडी था बस अब गोलियां निशाने पर लगनी रह गयी थी. अब मैंने उससे कहा अपने कपडे उतारो.

रमा- क्या ये जरुरी है ?

मैं उससे अपनी बहो में भर लिया और किस करते हुए बोला “हां मेरी जान “.

अब उसने भी मुझे लिप किस करना शुरू कर दिया और हम एक दुसरे की गरम साँसे एक दुसरे की गरम साँसे एक दुसरे के अन्दर महसूस करने लगे और अपनी जीब को एक दुसरे के मुह में दाल कर चूसने लग गये.

अब में बेड पर लेट गया और उसने बेड पर खड़े हो कर मेरी आँखों के सामने अपना पल्लू निचे किया और धीरे धीरे अपना ब्लाउज उतर कर अपनी ब्रा भी उतर दी. इतना होते ही उसके बड़े बड़े बूब्स मेरी आँखों के सामने नंगे हो गये फिर उसने अपनी साड़ी  कमर से उतार चड्डी भी उतार डाला. मैंने देखा उसने पेंटी नही डाली मैंने देखा उसने पेंटी नही डाली हुई थी उसकी चिकनी चूत मेरी आँखों के सामने थी जिससे देख मेरा लंड खड़ा हो गया.

वो सावली थी पर पर उसका बदन कमाल का था और उसके बूब्स उससे भी कामल के थे.

मैंने अब झट से अपने कपडे उतारे और अपनी पेंट से कंडोम निकल कर साइड में रख दिए. अब पूरा नंगा हो कर उसके ऊपर आ गया और उसके बूब्स को अपने मुह में दाल कर चूसने लग गया वो भी आह्ह्ह आह्ह्ह्ह करने लगी. वो मेरे लंड को अपने मुह में दाल कर चूसने लगी कुछ देर बाद में  अपने लंड को उसकी चूत में दल कर अन्दर कर दिया वो चीखने लगी अपने लंड को उसकी चूत में दल कर अन्दर कर दिया वो चीखने लगी और रोने लगी मैंने उसे फिर किस किया और अन्दर करके कुछ देर लेता रहा और फिर अब जोर जोर से  चोदना सुरु किया हम दोनो को अच लग रहा था और फिर हम दोनो ही झड चुके थे और ऐसे ही कुछ देर सोये रहे और अपने अपने कपडे पहन कर  वह से चले गये हम हर सफ्ताह मिलते थे उस होटल में. और हमारा प्यार ऐसे ही चलता रहा.


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